लेखनी कहानी - विष्णु पुराण - अध्याय - ४६

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अध्याय - ४६ जह्नुका गंगापान तथा जगदग्नि और विश्वामित्रकी उत्पत्ति श्रीपराशरजी बोले राजा पुरूरवाके परम बुद्धिमान आयु, अमावसु, विश्वावसु, श्रुतायु, शतायु और अयुतायु नामक छः पुत्र हुए ॥१॥ अमावसुके भीम, भीमके ...

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